अनुवाद प्रगति पर हैं। कुछ पन्ने आपकी चयनित भाषा और अंग्रेज़ी का मिश्रण हो सकते हैं।
सत्यनारायण गोयन्काजी द्वारा सिखायी गयी
सयाजी ऊ बा खिन की परंपरा मैं
सत्यनारायण गोयन्काजी द्वारा सिखायी गयीसयाजी ऊ बा खिन की परंपरा मैं
अगर आप पुरुष अथवा स्त्री इस प्रकार अपनी पहचान नहीं करना चाहते,कृपया जान लीजिए की हम सभी यौन अभिविन्यास एवं लिंग पहचान के व्यक्तीयों का स्वागत करते है। परंतु आप को यह जानना ज़रूरी है की इस परम्परा के ध्यान केंद्र दो अलग भागोमें विभाजित है : एक पुरुषों के लिए और एक स्त्री के लिए। यह विभाजन निवास स्थान, भोजन शाला, धम्म होल और चंक्रमण क्षेत्र के लिए लागू है। हम समझते है की आप गैर-बाइनरी, ट्रांसजेंडर हो सकते है अथवा आपके कोई और कारण हो सकते है जिस वजह से “पुरुष” अथवा “स्त्री” आप को सही नहीं है। हालकी कोई भी पक्ष आप के लिए असहज लगता रहेगा, कृपया शिविर क्षेत्र के किस पक्ष में आप रहना चाहेंगे ये बताने के लिए “पुरुष” अथवा “स्त्री” एवं चयन करें और फिर आप की निजी परिस्थिती का वर्णन आवेदन पत्र के “आप और कुछ बताना चाहेंगे?” इस भाग में करे। हमारे लिए यह जानकारी पहले होना अत्यंत आवश्यक है ताकी हम आप की सुविधा के लिए प्रबंध कर सके। कृपया ध्यान दें, प्रत्येक ध्यान केंद्र में अकेले रहने की सुविधा अथवा हर आवश्यकता को समायोजित करने की क्षमता नहीं होती। अगर ज़रूरत है तो हम आपको किसी अन्य केंद्र के लिए निर्देशित कर सकते हैं जो आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप बेहतर हो सकता है।
दीर्घ शिविर अलावा अन्य शिविरआवेदन के लिए Dhamma.org(धम्म.ऑर्ग) की गोपनीयता नीति, प्रकटीकरण और सहमति की पीडीएफ प्रति डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें।